बिलकुल नहीं मन मेरा काम में,
दर्द हो रहा है बहुत मेरे पीठ पे।
हल्का सा दर्द हो रहा था कल,
फ़ैल गया है वो आज पूरे बाएँ हिस्से में।
नहीं कर पा रही हूँ काम कोई,
मैं इस हाथ से,
कंप्यूटर पर कैसे काम करूँ?सिर्फ दाहिने हाथ के भरोसे?
उफ़! कितनी तकलीफ होती है, एक छोटे दर्द से,
पता नहीं कौन सी बीमारी लग गयी है मुझे?
बस एक दर्द ने किया है मुझे बेहाल,
शांत हो गयी है मेरी फुर्तीली चाल।
बहाना धुन्दती हूँ, कामचोरी का मैं,
इस दर्द से आज कल लड़ रही हूँ मैं।
9.50 am aug 2010.
Achhi hai.
ReplyDelete